गाजी का थाना का संक्षिप्त इतिहास तहसील की वाजिब उल अज से पता चलता है कि यह कस्बा पहले यहां से दो कि.मी. की दूरी पर पूर्व की और पहाड के तलहटी मे बसा हुआ था (प्राचीन नाम अमरावती था।जिसके अवशेष आज भी रूपारेल नदी के पास पहाड़ी की तलहटी में मौजूद हैं।) वास्तव में उक्त जगह पर अब मकानों के चिन्ह भी पाये जाते है भृत्या के तिबारे से पलाई की नदी के रास्ते आने वाले रास्ते पर ये चिन्ह मिलते है ऐसा मालूम होता है कि पहले यह एक छोटा नगर था वह यहां से डेढ़ मील से अधिक यानी 2 कि.मी.की दूरी पर था।
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